करोना हारेगा, मानवता जीतेगी हमारा भारत विजयी होगा।

*करोना को भगाना है तो आदत सुधारनी  होगी*

डॉ धनंजय कुमार मिश्र
अभिषद् सदस्य
सि. का. मु. विश्वविद्यालय, दुमका

कोविड 19 का कहर जारी है । सिर्फ झारखण्ड राज्य की बात करें तो  तेजी से यह महामारी  राज्य को अपने गिरफ्त में ले रही है। सरकार इसके संक्रमण को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। दुःख और घोर आश्चर्य इस बात की है कि अभी भी कुछ लोग इसकी भयावहता को नहीं समझ पा रहे हैं । सम्पूर्ण राष्ट्र में लाॅकडाउन है। राज्य सरकार ने भी केन्द्र के बताये हर सुझाव पर सख्ती से  अमल करने के लिए विभिन्न कमेटियों का गठन किया है । प्रशासन को अहर्निश दायित्व के सम्यक् निर्वहन के लिए दिशा निर्देश जारी किया है। सिर्फ़ दुमका जिले की बात करें तो  राहत सिर्फ यह  है कि दुमका  जिला अभी ग्रीन जाॅन में  है। परन्तु हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि जरा सी लापरवाही की बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है। आए दिन देखा जा रहा है कि वेबजह लोग बाहर घूमने की आदत नहीं छोड़ रहे हैं । प्रशासन को जान बूझ कर मजबूर कर रहे हैं सख्त कदम उठाने के लिए । दुमका के उपायुक्त और पुलिस कप्तान अत्यंत सौम्य और सुचारू रूप से नागरिकों की सुरक्षा और सेवा कर रहे हैं,  निश्चित रूप से उनके कार्य की सराहना होनी चाहिये । मेडिकल स्टाफ़, डाॅक्टर,बैंक के कर्मचारी, पत्रकार व मीडिया कर्मी,  सफाई कर्मी अपने कर्तव्यों का पालन सही ढंग से कर रहे हैं । सिर्फ़ जरूरत है हम नागरिक बगैर इधर उधर की बात किए दुमका प्रशासन के दिशा-निर्देश को संविधान मानकर घर पर ही रहें । प्रण ले कि किसी स्थिति में बाहर न निकलें। आरोग्य सेतु एप डाउन  लोड कर सरकार से जुड़े रहें । ग्रामीण क्षेत्रों में भी सम्पूर्ण लाॅकडाउन होनी चाहिए ।
एक बात और अपनी संस्कृति के अनुरूप दान देना सर्वोत्तम मानवीय गुण है। विपत्ति में दान और धैर्य मनुष्य को नहीं छोड़ना चाहिए । पर दान दिखावे का नहीं हो। साधारण सा उपाय है चुपचाप प्रधानमंत्री राहत कोश या मुख्यमंत्री राहत कोश में  जितना बन पड़े दान जरूर देना चाहिए ।
संभव हो तो अन्नदान, वस्त्र दान के लिए भी प्रयास करना चाहिए । बहुत से ऐसे लोग होंगे जो दैनिक मजदूरी का कार्य करने वाले हैं । उनके लिए मददगार साबित होने की जरूरत है ।
पूर्ण आस्था के साथ धैर्य पूर्वक सरकार का साथ दीजिए । करोना हारेगा, मानवता जीतेगी। भारत विजयी होगा।

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